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छह महीनों का रिकॉर्ड गायब, पुलिस सिस्टम में गहरी खामियां
मई 2025 के बाद झारखंड पुलिस की एससीआरबी वेबसाइट पर अपराधों का डेटा उपलब्ध नहीं है. यह सवाल उठाता है कि क्या सिस्टम फेल हुआ है या यह प्रशासनिक लापरवाही है. वेबसाइट पर हत्या, दुष्कर्म, लूट, दुर्घटना और साइबर क्राइम जैसे संवेदनशील आंकड़े होने चाहिए, लेकिन बीते छह महीनों का कोई डेटा उपलब्ध नहीं है.
सीआईडी लगातार अपडेट कर रही है, जबकि एससीआरबी द्वारा डेटा रुकना पुलिस के आंतरिक समन्वय पर भी सवाल खड़ा करता है. यह स्थिति अपराध नियंत्रण रणनीति और सरकारी निर्णय प्रक्रियाओं पर भी प्रभाव डालती है, क्योंकि बिना डेटा के अपराध ट्रेंड का विश्लेषण संभव नहीं है.
विशेषज्ञों का कहना है कि इस डेटा का अपडेट न होना पारदर्शिता और प्रशासनिक जिम्मेदारी में कमी का संकेत है. आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि विभाग जल्द सुधार करता है या यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है.