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सोमेश सोरेन की ऐतिहासिक बढ़त ने चुनावी समीकरण बदल डाले
घाटशिला उपचुनाव का परिणाम क्षेत्र की भावनाओं को समझने का बड़ा संकेत है। जनता ने वोटों के माध्यम से स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने झामुमो उम्मीदवार को भारी समर्थन दिया।
सोमेश सोरेन को 1,04,794 वोट मिले। बाबूलाल सोरेन को अपेक्षा से कम समर्थन मिला।
वोटों का अंतर 38,524 से अधिक तक पहुंचा।
शुरुआती राउंड से ही जनता का रुझान झामुमो की ओर दिखा। प्रथम राउंड में ही जेएमएम आगे था। भाजपा तीसरे नंबर पर खिसक गई।
चौथे राउंड के बाद जेएमएम की बढ़त और स्पष्ट हो गई। सातवें राउंड में झामुमो ने मजबूत पकड़ बनाई।
18वें राउंड में अंतर 34,648 वोट पर पहुंच गया।
अंतिम परिणाम ने जेएमएम की जीत पक्की कर दी। मतदाताओं में उत्साह दिखाई दिया।
झामुमो समर्थक पूरे दिन जश्न में डूबे रहे। भाजपा समर्थकों में निराशा दिखी।
JLKM के लिए यह चुनाव औसत परिणाम वाला रहा।
13 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई। कई स्वतंत्र उम्मीदवार भी मैदान में थे।
यह चुनाव युवा नेतृत्व की परीक्षा भी माना गया।
लोगों ने स्थानीय मुद्दों को प्राथमिकता दी।
राजनीतिक विश्लेषकों ने परिणाम को सामाजिक संदेश भी बताया। झामुमो ने इसे जनता का विश्वास कहा।
भाजपा ने रणनीति पर पुनर्विचार की बात कही।
घाटशिला का यह जनादेश आने वाले चुनावों की दिशा तय कर सकता है।