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बजरंग दल ने ननों को फंसाने के लिए मजबूर किया
रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में ‘जबरन धर्मांतरण’ के एक मामले में नया मोड़ आया है। एक महिला ने सनसनीखेज आरोप लगाया है कि उसे बजरंग दल ने ननों को झूठे मामले में फंसाने के लिए मजबूर किया था। यह आरोप धार्मिक समूहों के बीच बढ़ते तनाव और संभावित गलत बयानी पर गंभीर सवाल उठाता है।
महिला ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि उसे एक दक्षिणपंथी संगठन (बजरंग दल) ने जबरन धर्मांतरण का झूठा आरोप लगाने के लिए दबाव डाला था। उसने कहा कि उसे यह कहने के लिए मजबूर किया गया कि ननें उसे धर्मांतरण के लिए प्रेरित कर रही थीं, जबकि ऐसा नहीं था। यह घटना धार्मिक स्वतंत्रता और व्यक्तिगत अधिकारों के हनन के आरोपों को लेकर एक संवेदनशील स्थिति पैदा करती है।
हालांकि, बजरंग दल ने महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है। संगठन का कहना है कि उनके पास सीसीटीवी फुटेज सहित ऐसे सबूत हैं जो उनके दावे को साबित कर सकते हैं। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और अब इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके। यह देखना होगा कि जांच में क्या सामने आता है और क्या महिला के आरोपों में सच्चाई है या बजरंग दल के दावे सही हैं।