Randhir Jaiswal
नई दिल्ली: भारत ने गुरुवार को एक बार फिर साफ कर दिया कि पाकिस्तान से बातचीत तभी संभव है जब वह सीमा पार आतंकवाद को पूरी तरह बंद करे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने यह बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की शांति वार्ता की पेशकश के जवाब में दिया। शरीफ ने हाल ही में तेहरान में कहा था कि पाकिस्तान भारत के साथ कश्मीर, आतंकवाद, व्यापार और पानी जैसे सभी मुद्दों पर बातचीत चाहता है।
जायसवाल ने दो टूक कहा कि “आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत पाकिस्तान के साथ केवल दो मुद्दों पर बातचीत करेगा – एक, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को भारत को सौंपने पर, और दूसरा, आतंकवाद पर। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को उन आतंकवादियों को भारत को सौंपना चाहिए, जिनकी सूची भारत ने पहले ही उसे सौंप दी है।
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना पूरी तरह बंद नहीं करता। जायसवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को दोहराते हुए कहा, “आतंक और वार्ता साथ नहीं चल सकते, आतंक और व्यापार साथ नहीं चल सकते, और पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।”