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अधिकारियों ने कहा, अब हिंसा नहीं विकास होगा
गुमला में 23 वर्षों से हिंसा और दहशत का प्रतीक रहे झांगुर गिरोह पर अब अंतिम कार्रवाई की तैयारी शुरू हो चुकी है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरोह का मुख्य सरगना रामदेव उरांव अब संपर्क में है और सरेंडर की प्रक्रिया जल्द पूरी हो सकती है. अधिकारियों ने बताया कि दो अन्य उग्रवादी भी बातचीत में शामिल हैं और हथियार सौंपने को तैयार हैं.
अधिकारियों के अनुसार गिरोह के 13 सदस्य सक्रिय बताए जाते हैं और उन पर कुल 58 मामले दर्ज हैं. इनमें नरसंहार, मारपीट, अपहरण और फायरिंग जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं. पुलिस का दावा है कि यह समर्पण क्षेत्र में उग्रवाद की समाप्ति की दिशा में सबसे बड़ा कदम होगा.
स्थानीय प्रशासन ने कहा कि गिरफ्तारी की जगह समर्पण को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि उग्रवादी मुख्यधारा में लौट सकें. ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि अब क्षेत्र में भय, रंगदारी और हिंसा की जगह विकास और शांति लौटेगी.