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पटना, बिहार: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में सीमावर्ती जिलों (Border Districts) की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। 11 नवंबर को होने वाले इस चरण के मतदान में 20 सीमावर्ती जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर सीधा मुकाबला होगा, जिससे यह चरण राज्य के वास्तविक जनादेश को तय करने में अहम साबित होने वाला है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन क्षेत्रों का परिणाम समग्र चुनावी नतीजों पर बड़ा प्रभाव डालेगा।
दूसरे चरण में मतदान होने वाले ये सीमावर्ती जिले भौगोलिक और सामाजिक-आर्थिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन क्षेत्रों में विभिन्न समुदायों का प्रभाव है और स्थानीय मुद्दे जैसे रोजगार, पलायन, और सीमा सुरक्षा चुनावी विमर्श को गहराई से प्रभावित करते हैं। 122 निर्वाचन क्षेत्रों में होने वाला मतदान यह स्पष्ट कर देगा कि सत्ताधारी गठबंधन और विपक्षी दलों में से किसे जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने इन सीटों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है और स्टार प्रचारकों की सभाओं का दौर तेज हो गया है। माना जा रहा है कि यह चरण ही असली चुनावी हवा को निर्धारित करेगा।
चुनाव आयोग ने इन महत्वपूर्ण जिलों में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मतदाताओं से अपील की गई है कि वे बड़ी संख्या में आकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें।