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रिश्तों की कड़वाहट ने जन्म दिया पलामू का चर्चित गोलीकांड.
पलामू में हुए गोलीकांड ने अपराध और निजी दुश्मनी के रिश्ते पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक निजी विवाद ने खतरनाक रूप ले लिया। घटना हैदरनगर हाई स्कूल के पास दिनदहाड़े हुई। नीरज चंद्रवंशी पर गोली चलाई गई। इसके पीछे भावनात्मक आक्रोश और बदले की भावना बताई जा रही है। पुलिस जांच ने कई राज खोले हैं।
जांच में सामने आया कि प्रिंस मेहता अपनी चचेरी बहन की आत्महत्या के दुख से टूट चुका था। उसने नीरज को जिम्मेदार मानते हुए बदला लेने की ठान ली। उसने हत्या की सुपारी दी। आरोपी आकाश को इसके लिए 70 हजार रुपये देने की योजना बनी। योजना पर उसके साथी सुमित ने भी सहमति दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया।
SIT ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कई सबूत जुटाए हैं। अब अगले कदम में अन्य लोगों की गिरफ्तारी की तैयारी है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में खौफ पैदा किया है। लोग मांग कर रहे हैं कि अपराधियों को सख्त सजा मिले। यह मामला समाज के लिए बड़ा सबक है। विवादों का समाधान हिंसा में नहीं, कानून में है।