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विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश के एक युवक को सुरक्षा एजेंसियों ने ऑनलाइन घोटाले के चक्कर में एक भारतीय युद्धपोत से संबंधित ‘वर्गीकृत’ और अत्यंत संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी तब हुई जब खुफिया सुरक्षा एजेंसियों ने सूचना साझा किए जाने को गंभीरता से लिया और तत्काल जांच शुरू करवाई। इस मामले ने साइबर सुरक्षा और रक्षा संबंधी गोपनीयता को लेकर एक बड़ी चिंता खड़ी कर दी है।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी युवक किसी ऑनलाइन धोखाधड़ी या वित्तीय घोटाले के जाल में फंस गया था, जिसके परिणामस्वरूप उसने अनजाने में यह महत्वपूर्ण सूचना साझा कर दी। जांच के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने इस गलत काम को उजागर किया और आरोपी की पहचान करके उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार युवक से पूछताछ की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि यह जानकारी किसके साथ साझा की गई थी और इसके पीछे का मकसद क्या था।
सुरक्षा अधिकारियों ने इस तरह के मामलों में ऑनलाइन सावधानी बरतने की अपील की है और विशेष रूप से रक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़े लोगों को गोपनीय जानकारी साझा करने से दूर रहने की कड़ी चेतावनी दी है। यह घटना देश की रक्षा सुरक्षा के मामले में डिजिटल जागरूकता की कमी के गंभीर परिणामों को रेखांकित करती है। जांच एजेंसियां अब यह पता लगा रही हैं कि क्या यह किसी बड़े अंतर्राष्ट्रीय जासूसी नेटवर्क का हिस्सा है। आरोपी के खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।