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चिल्का झील में की गई इस गणना में 11,27,228 पक्षियों को 118 विभिन्न प्रजातियों में बांटा गया है। यह संख्या पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक है।
चिल्का झील भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है और यह हजारों प्रवासी पक्षियों का घर है। हर साल सर्दियों के मौसम में ये पक्षी यहां आते हैं। इन पक्षियों की गणना से वैज्ञानिकों को इनके संरक्षण के लिए बेहतर योजना बनाने में मदद मिलती है।
इस साल की गणना में कई दुर्लभ प्रजातियों के पक्षी भी देखे गए हैं। यह दर्शाता है कि चिल्का झील अभी भी पक्षियों के लिए एक सुरक्षित आवास है। हालांकि, बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के कारण पक्षियों की संख्या पर खतरा मंडरा रहा है।
यह घटना क्यों महत्वपूर्ण है?
पक्षियों की गणना से हमें यह जानने में मदद मिलती है कि हमारे पर्यावरण का स्वास्थ्य कैसा है। पक्षी हमारे पर्यावरण के स्वास्थ्य के अच्छे संकेतक होते हैं। अगर पक्षियों की संख्या कम हो रही है तो इसका मतलब है कि हमारे पर्यावरण में कुछ गड़बड़ है।