
Mallikarjun Kharge
नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज पार्टी के जिला अध्यक्षों के साथ एक अहम बैठक की। बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों की समीक्षा की गई और आने वाले चुनावों की रणनीति पर चर्चा हुई। इस दौरान खरगे ने कहा कि बिना सत्ता के पार्टी की विचारधारा को लागू करना मुश्किल है।
बैठक में किन मुद्दों पर हुई चर्चा?
बैठक में राजनीतिक रणनीति, संगठनात्मक मजबूती और विपक्षी एकता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, खरगे ने नेताओं को जमीनी स्तर पर संगठन मजबूत करने और जनता से सीधे जुड़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि चुनाव सिर्फ नारों से नहीं, बल्कि संगठन की मजबूती से जीते जाते हैं।
खरगे का बड़ा बयान: “बिना सत्ता के विचारधारा लागू नहीं कर सकते”
बैठक में खरगे ने साफ कहा,
“हमारी विचारधारा लोकतंत्र, समानता और सामाजिक न्याय की है, लेकिन जब तक हम सत्ता में नहीं आएंगे, तब तक इसे लागू नहीं कर सकते। जनता की भलाई के लिए हमें सरकार बनानी होगी।”
उन्होंने नेताओं को निर्देश दिया कि वे जनता से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाएं और कांग्रेस के दृष्टिकोण को प्रभावी ढंग से प्रचारित करें।
पार्टी संगठन को मजबूत करने पर जोर
खरगे ने कहा कि पार्टी को जिला और ब्लॉक स्तर पर मजबूत करना बेहद जरूरी है। उन्होंने युवा कार्यकर्ताओं को ज्यादा से ज्यादा जोड़ने, सोशल मीडिया का प्रभावी उपयोग करने और बूथ स्तर तक संगठन को सक्रिय करने पर जोर दिया।
चुनावी रणनीति पर मंथन
- गठबंधन की रणनीति: विपक्षी दलों के साथ तालमेल बढ़ाने पर चर्चा।
- युवा नेतृत्व को मौका: संगठन में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने की योजना।
- मुद्दों पर केंद्रित राजनीति: महंगाई, बेरोजगारी, किसान कल्याण और सामाजिक न्याय को एजेंडा बनाने की रणनीति।
आगे की राह
बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी जिला अध्यक्षों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जनता से सीधा संवाद करें और पार्टी को मजबूत बनाने के लिए मिशन मोड में काम करें।
कांग्रेस की यह बैठक पार्टी के राजनीतिक पुनर्गठन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। अब देखना होगा कि क्या पार्टी इन रणनीतियों के जरिए 2029 के आम चुनावों में सत्ता की ओर वापसी कर पाएगी।