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नई दिल्ली: मणिपुर की हिंसा पर शांति प्रयासों के तहत शनिवार को नई दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई कुकी और मैतेई समुदाय के नेताओं की बैठक बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई।
- बैठक केंद्रीय गृह मंत्रालय की अगुवाई में दिल्ली में आयोजित की गई थी।
- इस बैठक में मणिपुर की समस्या पर बातचीत हुई।
- बैठक की अध्यक्षता आईबी के पूर्व विशेष निदेशक ए.के. मिश्रा ने की।
- कुकी ज़ो काउंसिल ने छह बिंदुओं वाले प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया।
- गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में बैठक का आश्वासन दिया था।
- दोनों समुदायों के नेताओं ने बिना किसी पूर्व शर्त के बैठक में हिस्सा लिया।
- प्रस्ताव में हिंसा न करने और शांति बनाए रखने की अपील की गई।
- प्रस्ताव में प्रशासन से हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
- राज्यपाल द्वारा हथियारों के आत्मसमर्पण की पहल की सराहना की गई।
- दोनों पक्षों ने हथियार छोड़ने में सहयोग का आश्वासन दिया।
- बैठक में हाईवे पर बाधा डालने से बचने की अपील की गई।
- सामान्य यातायात बहाल करने में प्रशासन को सहयोग देने की बात कही गई।
- आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों की वापसी पर चर्चा हुई।
- सरकार की व्यवस्था के अनुसार वापसी की सहमति व्यक्त की गई।
- दोनों समुदायों ने सरकार की शांति पहल का स्वागत करने की बात कही।
- राज्यपाल से प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को प्राथमिकता देने की मांग की गई।
- बैठक का मकसद आपसी विश्वास और शांति स्थापित करना था।
- अगली बैठक जल्द दिल्ली में आयोजित होने की संभावना है।
- कुकी ज़ो काउंसिल के हस्ताक्षर न करने से समाधान में रुकावट आई।
- केंद्र सरकार अब आगे की रणनीति पर विचार कर रही है।