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अफ्रीका में सोमालिया के बाद, जीएसआई अब जाम्बिया में अपना खनिज अन्वेषण कार्य शुरू करने के लिए तैयार है। जीएसआई निदेशक असित साहा ने कहा, “मूल रूप से हमारा काम शुरू में अफ्रीकी देशों में शुरू हुआ। हम सोमालिया में काम कर रहे हैं और बहुत जल्द जाम्बिया जाएंगे।”
भारत में चल रही परियोजनाओं पर विस्तार से बताते हुए, साहा ने कहा कि इस महीने अंडमान में प्राकृतिक हाइड्रोजन गैस मिली है। उन्होंने कहा कि संगठन के लगभग 50 से 60 शोधकर्ता इस परियोजना में दिन-रात काम कर रहे हैं।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
यह खबर भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के वैश्विक विस्तार और महत्वपूर्ण खनिज अन्वेषण में इसकी भूमिका को दर्शाती है। यह भारत की प्राकृतिक संसाधनों और वैज्ञानिक अनुसंधान में प्रगति को भी उजागर करती है।
मुख्य बातें:
- जीएसआई ने भारत के बाहर अपना दायरा बढ़ाया है।
- जीएसआई जाम्बिया में खनिज अन्वेषण कार्य शुरू करेगा।
- अंडमान में प्राकृतिक हाइड्रोजन गैस मिली है।
- जीएसआई के 50 से 60 शोधकर्ता इस परियोजना में काम कर रहे हैं।
यह खबर हमें क्या बताती है?
यह खबर हमें बताती है कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। यह खबर हमें यह भी बताती है कि भारत प्राकृतिक संसाधनों की खोज और दोहन में प्रगति कर रहा है।
हमें क्या करना चाहिए?
हमें भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के कार्यों का समर्थन करना चाहिए। हमें प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के बारे में जागरूक होना चाहिए।