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नई दिल्ली: भारत में डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है, जिससे देश के लाखों UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) उपयोगकर्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा। 16 जून से प्रभावी, अब UPI भुगतान में लाभार्थी के पते को सत्यापित करने में लगने वाला समय काफी कम हो गया है। पहले इस प्रक्रिया में 15 सेकंड का समय लगता था, जिसे अब घटाकर मात्र 10 सेकंड कर दिया गया है, जिससे लेनदेन और भी तेज़ी से पूरे होंगे और उपयोगकर्ता अनुभव बेहतर होगा।
इस बदलाव का उद्देश्य न केवल लेनदेन की गति बढ़ाना है, बल्कि UPI पारिस्थितिकी तंत्र को और अधिक कुशल बनाना भी है। इसके साथ ही, खाता शेष जांच (account balance checks) पर भी अब बेहतर तरीके से नज़र रखी जाएगी, ताकि सिस्टम पर अनावश्यक बोझ कम हो और लेनदेन सुचारू रूप से हों। यह कदम डिजिटल भुगतान की विश्वसनीयता और उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए राष्ट्रीय भुगतान निगम लिमिटेड (NPCI) द्वारा उठाया गया है, जो UPI प्रणाली का संचालन करता है।
यह नवीनतम बदलाव भारत में डिजिटल भुगतान क्रांति को और अधिक गति देगा। कम समय में लेनदेन पूरा होने से व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा होगा, जिससे UPI का उपयोग और बढ़ेगा तथा छोटे और बड़े दोनों तरह के लेनदेन के लिए यह पसंदीदा तरीका बनेगा। NPCI द्वारा किए गए ये सुधार, देश को कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं। यह भारतीय डिजिटल भुगतान प्रणाली को वैश्विक स्तर पर और भी अधिक प्रतिस्पर्धी और मजबूत बनाएगा।