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जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में स्थित दक्षिण खैरबाड़ी तेंदुआ पुनर्वास केंद्र में एक रोमांचक खबर आई है। यहाँ डलिया नाम की मादा तेंदुए ने दो शावकों को जन्म दिया है, जिससे वन्यजीव प्रेमियों और वन अधिकारियों में खुशी की लहर है। यह इस केंद्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि यह राज्य के एकमात्र तेंदुआ पुनर्वास केंद्र में तेंदुए द्वारा शावकों को जन्म देने का पहला मामला है।
इन नन्हे शावकों का जन्म केंद्र के लिए एक बड़ी सफलता है, जो घायल या संकटग्रस्त तेंदुओं को बचाने और उनकी देखभाल करने का काम करता है। नए शावकों के आगमन से केंद्र की संरक्षण प्रयासों को और बल मिलेगा और यह तेंदुए की आबादी बढ़ाने में सहायक होगा। अधिकारियों के अनुसार, माँ और शावक दोनों स्वस्थ हैं और उन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि उन्हें उचित देखभाल मिल सके।
यह घटना पश्चिम बंगाल में वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह उम्मीद की जाती है कि यह जन्म केंद्र में तेंदुओं के प्रजनन कार्यक्रम को बढ़ावा देगा और भविष्य में ऐसे और भी जन्म देखने को मिलेंगे, जिससे राज्य में तेंदुओं की संख्या में वृद्धि होगी।