
mk stalin
घटना का विवरण:
स्टालिन, जो डीएमके प्रमुख भी हैं, ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और पंजाब के साथ दक्षिणी राज्यों की एक बैठक बुलाई थी, जिसमें केंद्र के प्रस्तावित परिसीमन का विरोध करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, बीआरएस नेता के टी रामाराव और बीजू जनता दल (बीजेडी) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी को लिखे एक पत्र में, स्टालिन ने कहा, “मैं तमिलनाडु से गर्मजोशी से शुभकामनाएं देता हूं और उम्मीद है कि यह पत्र आपको ठीक मिलेगा।”
स्टालिन ने आगे कहा, “मैं विभिन्न राजनीतिक संबद्धताओं के चुनिंदा संसद सदस्यों के साथ आपसे एक मुलाकात का अनुरोध करने के लिए लिख रहा हूं, ताकि परिसीमन पर एक ज्ञापन प्रस्तुत किया जा सके जो हमारे हालिया विचार-विमर्श से निकला है।”
स्टालिन ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वे इस ज्ञापन को व्यक्तिगत रूप से स्वीकार करें।
अतिरिक्त जानकारी:
दक्षिणी राज्य और कुछ अन्य राज्य केंद्र के परिसीमन प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं।
इन राज्यों का मानना है कि परिसीमन से उनके राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
स्टालिन ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से चर्चा करने के लिए समय मांगा है।
इस ज्ञापन में परिसीमन से उत्पन्न होने वाली चिंताओं और उनके सुझावों को शामिल किया गया है।
यह बैठक और ज्ञापन केंद्र और दक्षिणी राज्यों के बीच एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दा है।