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पुलिस ने बताया कि पीड़ितों को काम पर रखने वाले ठेकेदार भी भीलवाड़ा के ही रहने वाले हैं।
पीड़ितों ने भीलवाड़ा पुलिस को शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई और मामले को आगे की जांच के लिए कोरबा पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया। कोरबा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस घटना के पीछे क्या कारण थे और क्या इसमें और भी लोग शामिल थे।
यह घटना छत्तीसगढ़ में प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के हनन के मुद्दे को उजागर करती है। पुलिस ने पीड़ितों को न्याय दिलाने और दोषियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। साथ ही, पुलिस ठेकेदारों और फैक्ट्री प्रबंधन की भूमिका की भी जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।