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रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे राज्य में सड़क सुरक्षा पर गंभीर चिंताएँ बढ़ गई हैं। सरकारी आँकड़ों के अनुसार, 2024 में राज्य में कुल 14,857 सड़क दुर्घटनाएँ दर्ज की गईं, जिनमें 6,944 लोगों की जान चली गई। ये आँकड़े दिखाते हैं कि हर दिन औसतन 19 लोग इन दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा रहे हैं, जो एक भयावह स्थिति है।
इन बढ़ती दुर्घटनाओं के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं, जिनमें तेज रफ्तार से वाहन चलाना, शराब पीकर गाड़ी चलाना, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी, सड़कों की खराब स्थिति और चालकों की लापरवाही प्रमुख हैं। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में ये दुर्घटनाएँ एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बन गई हैं, जिसका सीधा असर परिवारों और राज्य की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। सरकार और यातायात पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों और नियमों के कड़े प्रवर्तन के बावजूद, स्थिति में अपेक्षित सुधार देखने को नहीं मिल रहा है।
सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस बढ़ती समस्या से निपटने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जिसमें सड़क बुनियादी ढांचे में सुधार, यातायात नियमों का सख्त पालन, चालकों को बेहतर प्रशिक्षण, और व्यापक जागरूकता कार्यक्रम शामिल हों। यह आवश्यक है कि सभी हितधारक – सरकार, नागरिक समाज और आम जनता – मिलकर काम करें ताकि छत्तीसगढ़ की सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सके और इन दुखद मौतों को रोका जा सके।