
शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SKIMS) सौरा के कैंसर रजिस्ट्री के अनुसार, 2018 से कश्मीर में कैंसर के लगभग 50,000 नए मामले सामने आए है
विशेषज्ञों का मानना है कि जीवनशैली में बदलाव, धूम्रपान, तंबाकू का सेवन, अस्वस्थ भोजन और देर से इलाज जैसी वजहों से कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। इसके अलावा, कश्मीर में कैंसर के बारे में जागरूकता की कमी भी एक बड़ी समस्या है।
कश्मीर में कैंसर के मरीजों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इनमें इलाज की उच्च लागत, विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी और जागरूकता की कमी शामिल हैं।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है? यह खबर जम्मू-कश्मीर में कैंसर के बढ़ते खतरे को उजागर करती है। यह सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चेतावनी है कि उन्हें कैंसर की रोकथाम और इलाज के लिए अधिक प्रयास करने होंगे।