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जम्मू: पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद रात भर हुई बर्फबारी ने जम्मू-कश्मीर में जीवन को ठप कर दिया है।
श्रीनगर जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44)—कश्मीर घाटी के लिए एकमात्र सभी मौसम में सड़क संपर्क—नवयुग सुरंग के दोनों ओर बर्फ जमा होने और कई स्थानों पर भूस्खलन के अलावा शूटिंग पत्थरों के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।

कश्मीर घाटी के अधिकांश हिस्सों में मध्यम बर्फबारी हुई है, जबकि चिनाब घाटी में डोडा, किश्तवाड़ और रामबन की ऊंची चोटियों पर भी ताजा बर्फबारी हुई है। भारी बारिश ने पूरी रात जम्मू और आसपास के इलाकों में कहर बरपाया, जिससे बटोत-किश्तवाड़ राजमार्ग और पुंछ राजमार्ग के कई हिस्सों में भूस्खलन और शूटिंग पत्थर हुए, जिससे और व्यवधान उत्पन्न हुए।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
यह खबर जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली समस्याओं को उजागर करती है। यह दिखाती है कि भारी बारिश और बर्फबारी से लोगों का जीवन किस प्रकार प्रभावित होता है।
मुख्य बातें:
- जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बर्फबारी से जीवन ठप।
- श्रीनगर जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए बंद।
- कश्मीर घाटी के अधिकांश हिस्सों में बर्फबारी।
- डोडा, किश्तवाड़ और रामबन की ऊंची चोटियों पर भी बर्फबारी।
- बटोत-किश्तवाड़ राजमार्ग और पुंछ राजमार्ग पर भूस्खलन और शूटिंग पत्थर।
यह खबर हमें क्या बताती है?
यह खबर हमें बताती है कि जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाएं एक आम बात हैं। यह खबर हमें यह भी बताती है कि हमें प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
हमें क्या करना चाहिए?
- हमें प्राकृतिक आपदाओं के बारे में जागरूक होना चाहिए।
- हमें प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए तैयार रहना चाहिए।
- हमें प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी चाहिए।
- हमें प्राकृतिक आपदाओं के बाद बचाव कार्यों में मदद करनी चाहिए।