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एक महिला को उसके माता-पिता ने दो महीने तक जंजीरों से बांधकर रखा था। पुलिस ने महिला और उसके तीन साल के बेटे को उसके माता-पिता के घर से छुड़ाकर उसके पति को सौंप दिया है।
पुलिस के अनुसार, महिला ने अंतरधार्मिक विवाह किया था और उसका तीन साल का एक बेटा भी है। वह दो महीने पहले अपने बच्चे को साथ लेकर अपने माता-पिता से मिलने गई थी। लेकिन वापस नहीं लौटी। कथित तौर पर महिला के नाराज माता-पिता ने उसे उसके पति के पास जाने नहीं दिया और घर में जंजीरों से बांधकर रखा। पीड़िता के पति ने कई बार पत्नी से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। अंत में उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया।
पुलिस ने बताया कि महिला को भोकरदन तहसील के अलापुर गांव में उसके मायके से मुक्त कराया गया, जहां उसके माता-पिता ने उसे दो महीने तक कथित तौर पर जंजीरों से बांधकर रखा था।
यह घटना क्यों महत्वपूर्ण है? यह घटना महिलाओं के खिलाफ हिंसा और परिवार के भीतर होने वाले अत्याचारों के बारे में गंभीर सवाल उठाती है। यह भी दिखाती है कि महिलाओं को अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, खासकर जब वे पारंपरिक मान्यताओं को चुनौती देती हैं।