
aswini vaisnaw
श्रीपेरुम्बुदूर में ज़ेटवर्क इलेक्ट्रॉनिक्स के नए निर्माण संयंत्र के उद्घाटन के अवसर पर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा इस बात का ध्यान रखते हैं कि भारत की हर भाषा को पूरा सम्मान मिले।
अपने संबोधन की शुरुआत उन्होंने तमिल भाषा में ‘வணக்கம்’ (नमस्ते) कहकर की। उन्होंने कहा, “तमिल बहुत ही मीठी भाषा है। मुझे सिर्फ तीन शब्द पता हैं — ‘வணக்கம்’ (नमस्ते), ‘எப்படி இருக்கீங்க?’ (आप कैसे हैं?) और ‘நன்றி’ (धन्यवाद)।”
मंत्री वैष्णव ने बताया कि जब वे आईआईटी कानपुर में पढ़ाई कर रहे थे, तब उनके प्रोफेसर सदागोपन ने उन्हें तमिल भाषा के बारे में सिखाया था।
उन्होंने कहा, “प्रोफेसर सदागोपन ने मुझे तमिल भाषा से परिचित कराया। उत्तर भारत में तमिल को अक्सर ‘मसाला डोसा’ से जोड़ा जाता है, लेकिन उन्होंने मुझे तमिल संस्कृति के कई पहलुओं के बारे में सिखाया।”
मंत्री ने कहा कि तमिल भाषा का इतिहास बहुत पुराना और समृद्ध है, और इसका गहरा सांस्कृतिक महत्व है।
उन्होंने आगे कहा, “हम सभी तमिल संस्कृति और तमिल भाषा का बहुत सम्मान करते हैं। यह भारत की पहचान और गर्व का हिस्सा है।”
इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने हमेशा क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने और उनका सम्मान करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि देश की सभी भाषाएं उसकी सांस्कृतिक विविधता को दर्शाती हैं और यह भारत को मजबूत बनाती हैं।
अश्विनी वैष्णव के इस बयान को तमिलनाडु में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है, जहां हाल ही में हिंदी भाषा को लेकर विवाद छिड़ा हुआ था।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने मंत्री वैष्णव की तमिल भाषा को लेकर की गई सराहना पर तालियों से स्वागत किया।
इस दौरान ज़ेटवर्क इलेक्ट्रॉनिक्स के नए निर्माण संयंत्र के शुभारंभ के लिए उन्होंने सभी को शुभकामनाएं दीं।