Mohammad Azharuddin and KC Venugopala
भाजपा ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया
हैदराबाद: कांग्रेस नेता और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शुक्रवार को तेलंगाना कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने राजभवन में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। अजहरुद्दीन के मंत्रिमंडल में शामिल होने से अल्पसंख्यक समुदाय को प्रतिनिधित्व मिला है, जिसकी कमी को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाए जा रहे थे।
यह शपथ ग्रहण जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले हुआ है, जहाँ बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इसी बीच, राज्य भाजपा नेताओं ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है। भाजपा का आरोप है कि यह कदम आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है और इसका उद्देश्य आगामी उपचुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करना है। भाजपा ने तर्क दिया कि यह कदम केवल राजनीतिक लाभ के लिए अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का हिस्सा है।
वहीं, तेलंगाना के उप-मुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्का ने भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा पर अजहरुद्दीन को शपथ न दिलाने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। विक्रमार्का ने कहा कि अजहरुद्दीन का मंत्रिमंडल में शामिल होना उनके राजनीतिक योगदान और अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया निर्णय है। अजहरुद्दीन के शामिल होने से मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 16 हो गई है, जबकि अधिकतम संख्या 18 है।