
उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने राज निवास में लवली को शपथ दिलाई।
इसके बाद रोहिणी से बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे मंजिंदर सिंह सिरसा, प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, कुलवंत राणा और रवींद्र इंद्राराव ने समर्थन दिया।
प्रोटेम स्पीकर लवली ने चुनाव प्रक्रिया पूरी कर विजेंद्र गुप्ता के नाम की घोषणा की।
रेखा गुप्ता और AAP नेता आतिशी ने उन्हें स्पीकर की कुर्सी तक पहुंचाया।
स्पीकर चुने जाने के बाद AAP विधायकों ने सदन में हंगामा किया, जिसके बाद सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया।
गुप्ता ने AAP द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया और कहा कि भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीरें हटी नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “CAG रिपोर्ट कल सदन में पेश की जाएगी, जो पहले से एजेंडे में शामिल है। उपराज्यपाल का अभिभाषण भी होगा।”
रेखा गुप्ता ने कहा, “विजेंद्र गुप्ता का अनुभव काफी है, वह सदन को लोकतांत्रिक तरीके से चलाएंगे।”
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि “जब गुप्ता नेता प्रतिपक्ष थे, तब उन्हें कई बार सदन से बाहर निकाला गया था।”
AAP ने दिल्ली में 10 साल तक शासन किया, लेकिन 5 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीत लीं।
AAP अब विपक्ष में है और सदन में 22 विधायक हैं।