
representation image
दिल्ली सरकार ने स्कूलों में बम की धमकियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एक विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। यह एसओपी हाल के दिनों में दिल्ली के कई स्कूलों में बम की धमकियों की घटनाओं के मद्देनजर जारी की गई है, जिसका उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। एसओपी में बम की धमकी मिलने पर स्कूल प्रशासन और कर्मचारियों द्वारा उठाए जाने वाले कदमों का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है।
एसओपी के अनुसार, बम की धमकी मिलने पर सबसे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य या प्रभारी को तुरंत पुलिस और शिक्षा विभाग को सूचित करना होगा। इसके बाद, छात्रों और कर्मचारियों को सुरक्षित रूप से निकालने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। एसओपी में निकासी के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की भगदड़ या अराजकता से बचा जा सके। इसके अतिरिक्त, संदिग्ध क्षेत्र को सील कर दिया जाएगा और केवल प्रशिक्षित बम निरोधक दस्ते को ही वहां प्रवेश करने की अनुमति होगी।
पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने के लिए, अब स्कूलों को अपने संबंधित जिला अधिकारियों को मासिक सुरक्षा चेकलिस्ट जमा करना आवश्यक होगा। इस चेकलिस्ट में स्कूल परिसर की सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरों की कार्यप्रणाली और अन्य सुरक्षा प्रोटोकॉल से संबंधित जानकारी शामिल होगी। सरकार का मानना है कि इन उपायों से स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी और बम की धमकियों जैसी आपात स्थितियों से बेहतर ढंग से निपटा जा सकेगा।