
Ravi Shankar Prasad
बीजेपी ने बुधवार को राहुल गांधी के वक्फ संशोधन एक्ट पर बयान को “देर से आया और मुद्दे से भटका हुआ” करार दिया।
पार्टी ने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी गरीब, पिछड़े मुसलमानों और मुस्लिम महिलाओं को आवाज मिलने से असहज हैं?
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वक्फ एक्ट का विरोध कांग्रेस की दोहरे मापदंड को उजागर करता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के उच्च संगठनात्मक ढांचे में OBC (अन्य पिछड़ा वर्ग) को कम प्रतिनिधित्व मिला है।
इसके विपरीत, बीजेपी ने कई OBC नेताओं को मुख्यमंत्री, मंत्री और संगठन में प्रमुख पद दिए हैं।
प्रसाद ने कहा, “राहुल गांधी को अब देश गंभीरता से नहीं लेता।”
उन्होंने कांग्रेस के अधिवेशन में लगे “सोनिया गांधी हिंदुस्तान, राहुल गांधी हिंदुस्तान” जैसे नारों पर भी आपत्ति जताई।
इसे उन्होंने “इंदिरा ही भारत, भारत ही इंदिरा” जैसे पुराने नारे से तुलना की और कांग्रेस को शर्म करने की सलाह दी।
बीजेपी ने राहुल गांधी के वक्फ संशोधन कानून को असंवैधानिक बताने वाले बयान को “प्रोफॉर्मा” बताया।
प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा में मौजूद थे लेकिन उन्होंने बिल पर बहस के दौरान कुछ नहीं कहा।
उन्होंने राहुल गांधी की राजनीतिक सोच पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें स्पष्टता की कमी है।
बीजेपी ने राहुल गांधी से तीन सवाल पूछे, जिनमें वक्फ संपत्तियों पर गरीबों के लिए बनाए गए स्कूल, अस्पताल और अनाथालयों की बात शामिल थी।
प्रसाद ने कांग्रेस पर US टैरिफ मुद्दे पर केंद्र की आलोचना को भी खारिज किया।
उन्होंने कहा, “भारत सरकार किसी दबाव में नहीं झुकती।”
वैश्विक व्यापार विवाद पर चल रही बातचीत का हवाला देते हुए उन्होंने विस्तृत टिप्पणी से इनकार कर दिया।
बीजेपी ने कांग्रेस पर पिछड़े वर्गों के लिए कुछ न करने का आरोप लगाया।
पार्टी ने कहा कि कांग्रेस के 58 सालों के शासन में OBC को न्याय नहीं मिला।
बीजेपी ने वक्फ एक्ट को सुधारात्मक कदम बताया जो अल्पसंख्यकों के हक में है।
कांग्रेस की बयानबाजी को जनभावनाओं से कटे होने का प्रमाण बताया गया।
दोनों दलों के बीच वक्फ कानून और OBC प्रतिनिधित्व को लेकर सियासी टकराव तेज हो गया है।