
Nagpur
नागपुर में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। घटना के बाद राज्य की राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। शिवसेना (उद्धव गुट) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की है। वहीं, भाजपा नेता नितेश राणे ने इस हिंसा के लिए समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी को जिम्मेदार ठहराया है।
घटना का विवरण
यह घटना नागपुर के एक संवेदनशील इलाके में घटी, जहां दो समुदायों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच पथराव और आगजनी शुरू हो गई। हिंसा में कई लोग घायल हो गए, जबकि कुछ दुकानों और वाहनों को भी नुकसान पहुंचा। पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया और कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया।
उद्धव ठाकरे ने सरकार पर साधा निशाना
उद्धव ठाकरे ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। ठाकरे ने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वे इस मामले में अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। उन्होंने कहा, “अगर सरकार राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने में असफल है तो मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।”
भाजपा ने दिया पलटवार
इस बीच, भाजपा नेता नितेश राणे ने उद्धव ठाकरे के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हिंसा के पीछे समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी का हाथ है। राणे ने कहा कि अबू आजमी ने जानबूझकर माहौल को भड़काने का काम किया है। उन्होंने मांग की कि अबू आजमी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा
हिंसा के बाद नागपुर पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है। पुलिस ने अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है और हिंसा में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है। नागपुर के पुलिस आयुक्त ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
स्थानीय लोग डरे हुए
हिंसा के बाद से स्थानीय लोग डरे हुए हैं। कई व्यापारियों ने अपनी दुक