
MoS Jitin Prasada
यह जानकारी वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने दी।
प्रसाद ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित एक संवाद सत्र को संबोधित करते हुए यह बयान दिया।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पिछली बातचीत में व्यापार समझौते की औपचारिकताओं पर सहमति बन गई है।
कार्यक्रम की शुरुआत पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर सकारात्मक माहौल है और जल्द अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।
उन्होंने भारतीय-अमेरिकी समुदाय से आग्रह किया कि वे सुझाव दें कि किन मुद्दों को समझौते में शामिल किया जाए।
प्रसाद ने कहा कि भारतीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी से दोनों देशों के बीच बातचीत को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार सभी सुझावों पर खुले मन से विचार करेगी।
वर्तमान में वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल वॉशिंगटन में द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत कर रहे हैं।
भारत और अमेरिका का लक्ष्य है कि 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाया जाए।
अभी दोनों देशों के बीच व्यापार लगभग 191 अरब डॉलर का है।
प्रसाद ने कहा कि अमेरिका के पास तकनीक है और भारत के पास प्रतिभा, और यही दोनों देशों की सफलता का फॉर्मूला है।
उन्होंने कहा कि भारतीय प्रवासी समुदाय भारत और अमेरिका के बीच “लिविंग ब्रिज” की तरह काम करता है।
हाल ही में अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वांस और प्रधानमंत्री मोदी ने भी व्यापार समझौते की प्रगति पर संतोष जताया था।
समझौते के तहत नए बाज़ार खुलेंगे और दोनों देशों के किसानों, श्रमिकों और उद्यमियों के लिए अवसर बढ़ेंगे।
फरवरी में मोदी और ट्रंप ने साझा बयान जारी कर इस व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने का ऐलान किया था।
भारत और अमेरिका मार्च से इस समझौते को लेकर बातचीत कर रहे हैं।
वाणिज्य सचिव सुनील बार्थवाल ने भी जल्द से जल्द बातचीत पूरी करने की उम्मीद जताई थी।
जितिन प्रसाद ने कहा कि भारत दुनिया के साथ सर्वश्रेष्ठ सहयोग चाहता है और अमेरिका के साथ इसका मेल जबरदस्त है।