
Amit Shah
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राज्यसभा में खालिस्तान समर्थकों को सख्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब में कुछ लोग जरनैल सिंह भिंडरांवाले बनने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन सरकार ने उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया है। अब वे असम की जेल में बंद हैं और वहां श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ कर रहे हैं।
अमित शाह का यह बयान खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के संदर्भ में आया है। अमृतपाल सिंह को 23 अप्रैल 2023 को पंजाब पुलिस ने मोगा जिले के रोडे गांव से गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन्हें असम के डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है। गिरफ्तारी से पहले, अमृतपाल सिंह ने भड़काऊ भाषण दिए थे और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को धमकी दी थी कि यदि उन्होंने खालिस्तान आंदोलन का विरोध किया, तो उनका हश्र भी पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह जैसा होगा।
गृह मंत्री ने संसद में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार देश की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है और किसी भी खतरे को पनपने नहीं देगी। सरकार ऐसे खतरों को पहचानते ही समाप्त करने के लिए तत्पर है।
पिछले कुछ वर्षों में पंजाब में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। अमृतपाल सिंह जैसे नेता भड़काऊ भाषणों और गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को उकसाने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि, सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने सख्त कार्रवाई करते हुए इन गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
अमित शाह के इस बयान से स्पष्ट है कि सरकार देश की एकता और अखंडता के खिलाफ किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी। खालिस्तान समर्थक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि देश में शांति और स्थिरता बनी रहे।
यह कदम न केवल खालिस्तान समर्थकों के लिए एक स्पष्ट संदेश है, बल्कि देशवासियों के लिए भी आश्वासन है कि सरकार उनकी सुरक्षा और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
अमित शाह के इस बयान के बाद, उम्मीद है कि पंजाब में शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए सरकार और सुरक्षा एजेंसियां और भी सतर्क रहेंगी, ताकि भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों को रोका जा सके।
इस संदर्भ में, केंद्रीय एजेंसियों द्वारा अमृतपाल सिंह पर की गई कार्रवाई के बारे में अधिक जानकारी के लिए निम्नलिखित वीडियो देखा जा सकता है: