
Mann Ki Baat
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 120वें संस्करण में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इस बार का कार्यक्रम खासतौर पर परीक्षा देकर लौटे छात्रों के लिए प्रेरणादायक रहा। प्रधानमंत्री ने छात्रों को आत्मविश्वास बढ़ाने और नए लक्ष्य निर्धारित करने के लिए कुछ विशेष टास्क दिए।
छात्रों के लिए नए टास्क
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परीक्षा केवल अंकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह आत्ममूल्यांकन और सीखने की प्रक्रिया है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे परीक्षा समाप्त होने के बाद भी सीखने की अपनी आदत को बनाए रखें और गर्मी की छुट्टियों का उपयोग रचनात्मक कार्यों में करें।
- नई किताबें पढ़ें: पीएम मोदी ने छात्रों को प्रेरित किया कि वे इस अवकाश के दौरान कोई नई किताब पढ़ें, जो उनकी रुचि के अनुसार हो और ज्ञानवर्धक भी।
- कौशल विकास करें: उन्होंने छात्रों से कहा कि वे गर्मी की छुट्टियों में कोई नया कौशल सीखें, जैसे पेंटिंग, म्यूजिक, कोडिंग, या अन्य कोई रचनात्मक कला।
- योग और फिटनेस अपनाएं: प्रधानमंत्री ने फिटनेस को जीवन का अहम हिस्सा बनाने पर जोर दिया और छात्रों को योग एवं व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी।
- समाज सेवा में भाग लें: मोदी ने युवाओं को सामाजिक कार्यों में भाग लेने की प्रेरणा दी, जिससे वे समाज के लिए कुछ कर सकें और दूसरों की मदद कर सकें।
अन्य अहम मुद्दे
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में जल संरक्षण पर जोर देते हुए देशवासियों से पानी बचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में जल संकट गहराने की आशंका होती है, ऐसे में हमें पानी बचाने की हरसंभव कोशिश करनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ का समर्थन करते हुए लोगों से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की।
अंत में संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी छात्रों से आत्मविश्वास बनाए रखने और मेहनत के साथ अपने लक्ष्यों को पाने की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि असफलता से सीखकर आगे बढ़ना ही सच्ची सफलता है।
इस प्रेरणादायक संदेश के साथ 120वें ‘मन की बात’ का समापन हुआ, जिससे देशभर के छात्र एवं युवा ऊर्जा और सकारात्मकता से भर गए।