
priyanka gandhi vadra
- कांग्रेस महासचिव प्रियांका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार के एक फैसले पर नाराज़गी जताई है।
- उन्होंने कहा कि वायनाड में पिछले साल जुलाई में भूस्खलन से प्रभावित लोगों का कर्ज़ माफ़ न करना एक “विश्वासघात” है।
- यह टिप्पणी उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा केरल हाईकोर्ट में दायर शपथपत्र के बाद दी।
- केंद्र ने कहा है कि सिर्फ ऋण का पुनर्गठन या पुनर्निर्धारण ही किया जा सकता है।
- उन्होंने RBI की ‘प्राकृतिक आपदा पर मास्टर डायरेक्शन’ का हवाला दिया है।
- प्रियांका गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार का यह रुख पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है।
- उन्होंने कहा कि भूस्खलन से हजारों परिवार बेघर हुए और आर्थिक रूप से टूट गए हैं।
- वायनाड की सांसद होने के नाते उन्होंने स्थानीय लोगों की तकलीफों को सामने रखा।
- उन्होंने कहा कि लोगों को तत्काल राहत और कर्ज माफी की जरूरत है।
- राज्य सरकार ने केंद्र से मदद की अपील की थी लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया।
- कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि केंद्र प्राकृतिक आपदा को लेकर असंवेदनशील है।
- उन्होंने कहा कि कर्ज में डूबे किसानों और छोटे व्यापारियों को राहत देना जरूरी था।
- वायनाड एक पहाड़ी क्षेत्र है जहां भूस्खलन से बार-बार तबाही होती है।
- स्थानीय लोगों ने भी केंद्र के इस फैसले पर निराशा जताई है।
- सोशल मीडिया पर भी लोगों ने प्रियांका की बातों का समर्थन किया है।
- विपक्षी दलों ने भी केंद्र सरकार से फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है।
- प्रियांका गांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर ऐसे पीड़ितों को न्याय मिलेगा।
- उन्होंने केंद्र से RBI के दिशानिर्देशों को लचीला बनाने की मांग की।
- कांग्रेस नेताओं ने केंद्र से पुनः हस्तक्षेप कर राहत देने की अपील की है।
- फिलहाल भूस्खलन प्रभावित परिवार ऋण के बोझ और अनिश्चित भविष्य से जूझ रहे हैं।