
अब यह दौरा मार्च में संभावित है। मौसम विभाग ने 27 फरवरी को भारी बर्फबारी और खराब मौसम की संभावना जताई थी, जिसे देखते हुए प्रधानमंत्री का दौरा टालने का निर्णय लिया गया। संभावना है कि पीएम मोदी 6 मार्च को उत्तरकाशी का दौरा कर सकते हैं। यह दौरा उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रस्तावित था, और उत्तराखंड सरकार ने प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे लगातार तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। पांडे ने कहा कि जल्द ही पीएम मोदी के दौरे की नई तारीख तय की जाएगी। अब तक 35,000 से अधिक श्रद्धालु शीतकालीन यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी के दौरे से राज्य के पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा मिलने की उम्मीद थी। यह प्रधानमंत्री मोदी का पहला मुखबा गांव का दौरा होता, जहां वे मां गंगा के शीतकालीन धाम में पूजा-अर्चना करने वाले थे। इसके अलावा, वे गंगोत्री और यमुनोत्री के शीतकालीन धामों में भी दर्शन करने वाले थे।
उत्तरकाशी को ‘उत्तर की काशी’ कहा जाता है, जहां पीएम मोदी को जनता को संबोधित करना था। प्रधानमंत्री के दौरे के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए थे। प्रशासन ने मौसम की चेतावनी को देखते हुए यात्रियों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है। स्थानीय व्यापारियों और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को इस दौरे से काफी उम्मीदें थीं। पीएम मोदी का यह दौरा राज्य के आध्यात्मिक पर्यटन को नई पहचान देने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा था। सरकार की योजना उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की है। प्रधानमंत्री के दौरे में स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी प्रस्तावित था। अब जिला प्रशासन और राज्य सरकार नई तारीख को लेकर चर्चा कर रहे हैं, और मौसम साफ होने पर मार्च में पीएम मोदी का दौरा फिर से तय किया जाएगा।