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नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब रेलवे जल्द ही प्लास्टिक उत्पादों की जगह बायोडिग्रेडेबल और कंपोस्टेबल सामग्री का उपयोग करेगा। यह पहल प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने और रेलवे परिसर को स्वच्छ बनाने के लिए की गई है।
इस नई योजना के तहत, रेलवे द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक कप, प्लेट, कटलरी और पैकेजिंग सामग्री को बायोडिग्रेडेबल विकल्पों से बदला जाएगा। ये बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक कंपोस्ट में कम समय (लगभग 180 दिनों में) में सड़ जाते हैं, जबकि पारंपरिक प्लास्टिक को सड़ने में कई साल लग जाते हैं। इससे पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव में कमी आएगी।
रेलवे का यह फैसला न केवल पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि यह देश में स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा। यह भारतीय रेलवे को हरित परिवहन के क्षेत्र में एक अग्रणी भूमिका में स्थापित करेगा। यह कदम भारत सरकार के सिंगल यूज प्लास्टिक को खत्म करने के लक्ष्य के अनुरूप है।