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भारत के पहले मासिक श्रम सर्वेक्षण के अनुसार, अप्रैल 2025 में देश की बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत रही। इस सर्वेक्षण में युवाओं के बीच बेरोजगारी की दर 13.8 प्रतिशत दर्ज की गई है, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह आंकड़ा और भी अधिक है। यह मासिक डेटा सरकार को रोजगार की स्थिति की अधिक नियमित और सटीक जानकारी प्रदान करेगा, जिससे नीतियों को बेहतर ढंग से तैयार करने में मदद मिलेगी।
सर्वेक्षण के प्रमुख निष्कर्षों में यह भी शामिल है कि ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर अधिक है। इसके अतिरिक्त, विभिन्न आयु समूहों में बेरोजगारी के स्तर में भी अंतर देखा गया है, जिसमें युवा सबसे अधिक प्रभावित हैं। यह मासिक श्रम सर्वेक्षण राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी किया गया है और इसका उद्देश्य देश में रोजगार और बेरोजगारी के रुझानों की मासिक निगरानी करना है।
इस डेटा से पता चलता है कि हालांकि कुल बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत है, युवाओं के बीच उच्च बेरोजगारी एक चिंता का विषय बना हुआ है। सरकार और नीति निर्माताओं के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने और शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी की समस्या का समाधान करने के लिए लक्षित नीतियां तैयार करें।