
UTTARAKHAND
देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा से सटे 52 गांवों को जल्द ही राष्ट्रीय बिजली ग्रिड से जोड़ा जाएगा। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जिसका उद्देश्य इन दूरदराज के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन को बेहतर बनाना और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इन गांवों को मजबूत करना है।
इस पहल से सीमावर्ती गांवों में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित होगी और उनकी सौर ऊर्जा पर निर्भरता कम हो जाएगी। वर्तमान में, कई सीमावर्ती गांव मुख्य रूप से सौर ऊर्जा पर निर्भर हैं, जो अक्सर मौसम की स्थिति और सीमित भंडारण क्षमताओं के कारण unreliable हो सकती है। ग्रिड से जुड़ने से इन गांवों में stable और consistent बिजली आपूर्ति होगी, जिससे निवासियों के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि बेहतर बुनियादी ढाँचा सीमावर्ती क्षेत्रों में आबादी को बनाए रखने में मदद करेगा।
राज्य सरकार ने इस परियोजना को प्राथमिकता दी है और उम्मीद है कि यह कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा। इससे न केवल निवासियों को लाभ होगा, बल्कि यह क्षेत्र में समग्र विकास को भी गति देगा।