
मध्य प्रदेश में वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, कुनो वन्यजीव प्रभाग (केडब्ल्यूडी) का विस्तार किया गया है और माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है। यह निर्णय सितंबर 2022 में चीतों की सफल पुनर्स्थापना और मार्च 2023 में माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघों के स्थानांतरण के बाद आया है।
कुनो वन्यजीव प्रभाग का विस्तार
इस विस्तार से पहले, केडब्ल्यूडी 1,235 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ था, जिसमें 748 वर्ग किलोमीटर में फैला कुनो राष्ट्रीय उद्यान शामिल था। विस्तार में 542.49 वर्ग किलोमीटर का अतिरिक्त क्षेत्र जोड़ा गया है, जिससे केडब्ल्यूडी का कुल क्षेत्रफल 1,777 वर्ग किलोमीटर हो गया है। इस विस्तार में श्योपुर वन प्रभाग से 369.81 वर्ग किलोमीटर और शिवपुरी वन प्रभाग से 172.67 वर्ग किलोमीटर शामिल है।
माधव राष्ट्रीय उद्यान टाइगर रिजर्व घोषित
माधव राष्ट्रीय उद्यान को आधिकारिक तौर पर टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है, जिसमें 1,276 वर्ग किलोमीटर का एक नया बफर जोन निर्धारित किया गया है। इससे माधव टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 1,651 वर्ग किलोमीटर हो गया है। टाइगर रिजर्व का कोर क्षेत्र 375 वर्ग किलोमीटर होगा।
इन विकासों का महत्व
ये घटनाक्रम मध्य प्रदेश के संरक्षण परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ का संकेत देते हैं। केडब्ल्यूडी के विस्तार और माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित करने से क्षेत्र में वन्यजीवों की रक्षा और संरक्षण में मदद मिलेगी। यह बाघों और अन्य लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए एक सुरक्षित आश्रय प्रदान करेगा।
भविष्य की संभावनाएँ
चीतों की पुनर्स्थापना और माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघों के स्थानांतरण ने पहले ही क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। केडब्ल्यूडी के विस्तार और माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित करने से मध्य प्रदेश में संरक्षण प्रयासों को और बढ़ावा मिलेगा। ये घटनाक्रम वन्यजीव संरक्षण के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।