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कोहिमा, नागालैंड: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नागालैंड में मानव बाल निर्यात से जुड़े एक मामले में विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के कथित उल्लंघन को लेकर तलाशी अभियान चलाया है। ED के अधिकारियों ने यह कार्रवाई एक फर्म के खिलाफ की है, जिसने निर्यात के आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने में विफलता दिखाई है। यह तलाशी अभियान अवैध विदेशी मुद्रा लेनदेन के खिलाफ सरकार की सख्त कार्रवाई को दर्शाता है।
ED के अधिकारियों ने बताया कि संबंधित फर्म अधिकृत डीलर बैंक को निर्यात के दस्तावेज़ जमा करने में विफल रही। इन आवश्यक दस्तावेज़ों में शिपिंग बिल (Shipping Bills) और निर्यात चालान (Export Invoice) की प्रतियाँ शामिल थीं। FEMA नियमों के तहत, निर्यातकों को एक निश्चित समय सीमा के भीतर यह सुनिश्चित करना होता है कि निर्यात आय देश में वापस लाई जाए और इसके सबूत के तौर पर ये दस्तावेज़ बैंक में प्रस्तुत किए जाएँ। फर्म की इस अनियमितता के कारण ही ED ने जाँच शुरू की।
यह जाँच मुख्य रूप से यह पता लगाने पर केंद्रित है कि क्या फर्म ने जानबूझकर निर्यात आय को भारत में वापस नहीं लाया, जिससे विदेशी मुद्रा का नुकसान हुआ। ED की टीम ने फर्म के व्यावसायिक परिसरों और संबंधित स्थानों पर तलाशी ली है ताकि अतिरिक्त सबूत और वित्तीय लेन-देन के रिकॉर्ड जुटाए जा सकें। इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई FEMA के प्रावधानों के तहत की जाएगी। यह कार्रवाई उत्तर-पूर्वी राज्यों से होने वाले अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर निगरानी बढ़ाने के महत्व को भी दर्शाती है।