
RAHUL GANDHI
पश्चिम बंगाल में स्कूली शिक्षकों की भर्ती में अनियमितताओं पर जताई चिंता, हजारों बेरोजगार युवाओं की आवाज बने राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 7 अप्रैल को राष्ट्रपति को एक पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल में योग्य स्कूली शिक्षकों की नियुक्ति में हो रही अनियमितताओं को लेकर गहरी चिंता जताई है। पत्र में उन्होंने मांग की है कि हजारों योग्य लेकिन बेरोजगार शिक्षक उम्मीदवारों को न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रपति तत्काल हस्तक्षेप करें।
राहुल गांधी ने अपने पत्र में लिखा कि पश्चिम बंगाल में शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर चुके हजारों उम्मीदवार वर्षों से नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते उन्हें उनकी योग्यता के बावजूद नौकरी नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ रोजगार का मामला नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य और शिक्षा व्यवस्था की साख से जुड़ा मुद्दा है।
पत्र में राहुल गांधी ने यह भी उल्लेख किया कि इस मुद्दे को लेकर युवाओं में भारी असंतोष है और वे कई बार शांतिपूर्ण आंदोलन कर चुके हैं, लेकिन राज्य सरकार ने उनकी आवाज को नजरअंदाज किया। उन्होंने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि वह इस मामले में संवैधानिक भूमिका निभाते हुए एक स्वतंत्र जांच का निर्देश दें और यह सुनिश्चित करें कि योग्य उम्मीदवारों को उनका हक मिले।
कांग्रेस नेता ने पत्र में यह भी लिखा कि अगर देश में योग्य युवाओं के साथ इस तरह अन्याय होता रहा, तो शिक्षा क्षेत्र में प्रतिभाओं का पलायन और युवाओं में असंतोष दोनों ही बढ़ेंगे, जो राष्ट्र के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।
राहुल गांधी की इस पहल से राज्य के बेरोजगार शिक्षक अभ्यर्थियों को एक नई उम्मीद मिली है। कई छात्र संगठनों और नागरिक मंचों ने उनके इस कदम की सराहना की है और राष्ट्रपति से जल्द हस्तक्षेप की मांग की है।
अब देखना यह है कि राष्ट्रपति इस मुद्दे पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या योग्य उम्मीदवारों को आखिरकार न्याय मिल पाएगा।