
RJD supremo Lalu Prasad Yadav
पटना: रमज़ान के पवित्र महीने में बिहार में राजनीतिक पार्टियों द्वारा इफ्तार पार्टी आयोजित करने की परंपरा जारी है। इसी कड़ी में सोमवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने इफ्तार का आयोजन किया, जिसमें मुस्लिम संगठनों के नेता, वामपंथी पार्टियों के सदस्य और कुछ कांग्रेस विधायक शामिल हुए। हालांकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी की अनुपस्थिति ने राजनीतिक चर्चा को जन्म दिया।
नई जगह पर हुआ राजद का इफ्तार आयोजन
लालू प्रसाद यादव आमतौर पर अपने आधिकारिक आवास 10 सर्कुलर रोड पर इफ्तार का आयोजन करते हैं, लेकिन इस बार इफ्तार पार्टी का आयोजन वरिष्ठ राजद नेता और विधान परिषद सदस्य अब्दुल बारी सिद्दीकी के आवास 12 स्ट्रैंड रोड पर हुआ।
प्रमुख राजद नेताओं की उपस्थिति
इस आयोजन में लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, अब्दुल बारी सिद्दीकी, शिवानंद तिवारी और कई राजद विधायक शामिल हुए। महागठबंधन में शामिल वामपंथी दलों के नेता भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
कांग्रेस नेताओं ने बनाई दूरी
हालांकि कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास इस आयोजन में उपस्थित रहीं, लेकिन बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु समेत कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता नदारद रहे। राजद एमएलसी सुनील सिंह ने बताया कि कांग्रेस के कुछ विधायक कार्यक्रम में आए थे, लेकिन प्रमुख नेताओं की अनुपस्थिति पर उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
राजनीतिक जानकारों की राय
वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडे का मानना है कि बिहार की महागठबंधन राजनीति लंबे समय से लालू प्रसाद यादव के इर्द-गिर्द घूमती रही है। हालांकि, कांग्रेस अब अपनी संगठनात्मक मजबूती पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसके चलते उसके नेताओं ने इस आयोजन से दूरी बनाई होगी।
पांडे ने कहा, “वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की गैरमौजूदगी महागठबंधन में बढ़ते तनाव का संकेत देती है। भले ही कुछ कांग्रेस विधायक पहुंचे हों, लेकिन शीर्ष नेताओं का न आना राजनीतिक रणनीति में बदलाव का संकेत है।”
उन्होंने आगे बताया कि बिहार कांग्रेस का कार्यभार संभालने के बाद से कृष्णा अल्लावरु अब तक लालू प्रसाद यादव से मुलाकात नहीं कर पाए हैं, जो दोनों दलों के बीच संभावित मतभेद की ओर इशारा करता है।