
Eshwara Khandre
बेंगलुरु: कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने हासन जिले में हाथियों के बढ़ते उत्पात को देखते हुए शनिवार को बेंगलुरु में एक आपात बैठक बुलाई। बैठक के दौरान मंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि हासन में उत्पात मचा रहे तीन हाथियों को तुरंत पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
बैठक में मंत्री खंड्रे ने कहा कि हासन जिले के ग्रामीण इलाकों में इन हाथियों के कारण कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें जान-माल का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि हाथियों के हमले के कारण स्थानीय लोग भय के माहौल में जी रहे हैं। मंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द समस्या का समाधान निकालने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।
वन मंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि हाथियों को पकड़ने के दौरान पूरी सावधानी बरती जाए ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। उन्होंने कहा, “हाथियों के हमले से अब तक कई किसान अपनी जान गंवा चुके हैं और फसलें भी बर्बाद हो रही हैं। इसे रोकना हमारी प्राथमिकता है।”
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाथियों को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों की टीम तैनात की जाएगी। इस अभियान में ड्रोन और ट्रैंक्विलाइज़र गन (बेहोश करने वाली बंदूक) का भी उपयोग किया जाएगा ताकि हाथियों को बिना किसी नुकसान के सुरक्षित रूप से पकड़ा जा सके।
स्थानीय ग्रामीणों ने वन मंत्री के इस फैसले का स्वागत किया है। ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों के हमलों के कारण वे लंबे समय से डर के साये में जी रहे थे। वन विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि अभियान जल्द शुरू किया जाएगा और हाथियों को पकड़कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजा जाएगा।
वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एक दीर्घकालिक योजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष को कम करने के लिए व्यापक रणनीति अपनाई जाएगी।