
Sanjay Raut
राजनीतिक हलकों में बढ़ी हलचल, विपक्ष में तीखी प्रतिक्रियाएं.
नई दिल्ली/मुंबई: शिवसेना (उद्धव गुट) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एक बार फिर अपने बेबाक बयान से सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। हाल ही में एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “नहीं। हमने अपना काम कर दिया है। हमें जो कहना था, कह दिया है और अपना फैसला कर लिया है। यह फाइल अब हमारे लिए बंद हो गई है।”
हालांकि राउत ने सीधे तौर पर किसी विशेष मुद्दे या व्यक्ति का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके इस बयान को आगामी लोकसभा चुनावों और महाराष्ट्र की राजनीतिक समीकरणों से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों की मानें तो यह बयान सीट बंटवारे या गठबंधन को लेकर विपक्षी दलों के साथ चली चर्चाओं पर प्रतिक्रिया हो सकता है।
राउत के इस रुख से यह स्पष्ट हो गया है कि शिवसेना (उद्धव गुट) अब अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे चुकी है और किसी तरह की नई बातचीत के लिए दरवाजे बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने आगे कहा, “हम राजनीति में सम्मान और विचारधारा से समझौता नहीं करते। जो करना था, कर दिया। अब पीछे मुड़कर देखने का सवाल नहीं उठता।”
उनके इस बयान पर एनसीपी (शरद पवार गुट) और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने हैरानी जताई है और इसे विपक्षी एकता के लिए झटका बताया है। वहीं, भाजपा खेमे में इसे विपक्षी मतभेदों का संकेत मानते हुए अपनी रणनीति को धार देने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि संजय राउत का यह बयान किसी खास फैसले या रणनीतिक दूरी की घोषणा हो सकता है, जो महाराष्ट्र की राजनीति में आगामी हफ्तों में बड़ा असर डाल सकता है।
अब देखना यह है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना आगे क्या कदम उठाती है और विपक्षी दल इस ‘बंद फाइल’ के बयान का जवाब कैसे देते हैं।