
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी प्रेस से बातचीत के दौरान अदानी समूह के विवाद को लेकर टिप्पणी की थी, जिसे राहुल गांधी ने गंभीरता से लिया है। राहुल गांधी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का यह कहना कि यह मामला व्यक्तिगत है, पूरी तरह से गलत है। जब एक उद्योगपति का नाम कई गंभीर आरोपों में आता है, तो यह सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं रह जाता। यह देश की आर्थिक स्थिरता और इसकी संस्थाओं की अखंडता से संबंधित है।” उन्होंने यह भी कहा कि अदानी समूह के मामले में पारदर्शिता की आवश्यकता है और जनता को यह जानने का अधिकार है कि उनके करों का उपयोग कैसे किया जा रहा है। गौरतलब है कि अदानी समूह पर कई आरोप लगे हैं, जिनमें वित्तीय अनियमितताएँ और पर्यावरणीय उल्लंघन शामिल हैं। राहुल गांधी ने कहा कि इन मुद्दों पर चर्चा करना आवश्यक है, क्योंकि इससे न केवल अदानी समूह, बल्कि पूरे देश की आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि इस मामले की जांच नहीं की जाती है, तो यह देश के लोकतंत्र पर एक बड़ा सवाल उठाता है। साथ ही, राहुल गांधी ने अपने समर्थकों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाएं और सरकार से पारदर्शिता की मांग करें। उन्होंने कहा कि हम सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे देश की संस्थाएँ मजबूत और स्वतंत्र बनी रहें। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि अदानी समूह के मामलों की गहन जांच होनी चाहिए ताकि यह साफ हो सके कि क्या कोई भ्रष्टाचार या अनियमितताएँ हुई हैं। उनका मानना है कि देश के प्रत्येक नागरिक को इस विषय पर संज्ञान लेना चाहिए और सरकार से सही जवाब मांगना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने भी इस मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगा है, यह कहते हुए कि यह केवल अदानी समूह का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे देश की आर्थिक सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।