
पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
मेट्टुकानिगुडा के निवासी एम. विजयभास्कर एनआईएमएस में बायोकेमिस्ट्री विभाग में काम करते थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं।
25 फरवरी को, वह अपना मोबाइल फोन लिए बिना घर से निकले और किसी को सूचित भी नहीं किया। जब वह शाम तक नहीं लौटे, तो उनकी पत्नी सुजाता ने सुराराम पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
जांच के दौरान, पुलिस को गुरुवार को सुराराम में लिंगम तालाब में एक शव तैरता हुआ मिला। बरामदगी के बाद, मृतक की पहचान विजयभास्कर के रूप में हुई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने उनके परिवार को भी सूचित किया।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
यह खबर एक प्रतिष्ठित संस्थान के प्रोफेसर की दुखद मौत को दर्शाती है, और लापता व्यक्तियों के मामलों की गंभीरता को उजागर करती है।
मुख्य बातें:
एनआईएमएस के 62 वर्षीय प्रोफेसर का शव तालाब में मिला।
प्रोफेसर दो दिन पहले लापता हो गए थे।
उन्होंने अपना मोबाइल फोन घर पर ही छोड़ दिया था।
यह खबर हमें क्या बताती है?
यह खबर हमें लापता व्यक्तियों के मामलों की गंभीरता के बारे में बताती है। यह खबर हमें यह भी बताती है कि ऐसे मामलों में पुलिस को तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए।
हमें क्या करना चाहिए?
हमें अपने आसपास के लोगों के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
हमें लापता व्यक्तियों के बारे में पुलिस को सूचित करना चाहिए।
हमें मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना चाहिए।