राजस्थान में पूर्व सरकारी कर्मचारी घनेश्वर शर्मा का अनोखा प्रयास, भूखों को खिला रहे मुफ्त भोजन
जयपुर: राजस्थान में 35 साल तक सरकारी सेवा में कार्य करने के बाद घनेश्वर शर्मा अब एक बेहद खास और महत्वपूर्ण मिशन पर जुटे हैं — भूखों को भोजन कराने का।

अपनी नौकरी के दौरान उन्होंने कई लोगों को भोजन के लिए संघर्ष करते देखा, यह दर्दनाक मंजर उनके मन में गहरा असर छोड़ गया।
रिटायरमेंट के बाद उन्होंने समाज सेवा का संकल्प लिया और भूखों को भोजन कराने का अभियान शुरू किया।
शुरुआती चुनौतियों के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और मुफ्त कम्युनिटी किचन की स्थापना की।
आज यह रसोई उन जरूरतमंदों के लिए आशा की किरण बन चुकी है, जिन्हें भोजन जुटाने में मुश्किल होती है।
घनेश्वर शर्मा के इस नेक कार्य से प्रेरित होकर कई लोग भी उनकी इस मुहिम में शामिल हो रहे हैं।
इस मुफ्त रसोई में रोज़ाना दर्जनों जरूरतमंद लोगों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन परोसा जाता है।
शर्मा का मानना है कि समाज की भलाई में हर व्यक्ति का योगदान जरूरी है, तभी एक मजबूत और दयालु समाज का निर्माण संभव हो पाएगा।
घनेश्वर शर्मा अपनी पेंशन का बड़ा हिस्सा इस रसोई के संचालन में खर्च कर रहे हैं।
उनका कहना है कि “भूख से तड़पते लोगों को भोजन कराना मेरे जीवन का सबसे बड़ा संतोष है।”
स्थानीय लोग भी उनकी इस सेवा भावना की जमकर सराहना कर रहे हैं।
बड़ी संख्या में समाजसेवी और स्वयंसेवक भी अब इस अभियान का हिस्सा बन गए हैं।
घनेश्वर शर्मा का यह प्रयास न सिर्फ लोगों का पेट भर रहा है, बल्कि समाज में करुणा और मानवता का संदेश भी दे रहा है।
इस रसोई में खास ध्यान दिया जाता है कि भोजन स्वच्छता के सभी मापदंडों का पालन करते हुए तैयार हो।
जरूरतमंदों के लिए यह मुफ्त भोजन सेवा दिन-रात संचालित होती है, जिससे कोई भी भूखा न रहे।
घनेश्वर शर्मा का यह प्रयास समाज के उन लोगों के लिए प्रेरणादायक है, जो सेवा के अवसर की तलाश में हैं।
उनकी कहानी दिखाती है कि सही इरादे और मेहनत से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।
घनेश्वर शर्मा ने यह साबित कर दिया है कि एक व्यक्ति का संकल्प भी कई जिंदगियों में बदलाव ला सकता है।
इस सराहनीय कार्य को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने भी उन्हें सम्मानित करने की योजना बनाई है।
शर्मा का यह मिशन आज कई जरूरतमंदों के लिए जीवन का आधार बन चुका है।