
representation image (myanmar)
इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या 1,600 से अधिक हो गई है, और हजारों लोग घायल हुए हैं। भूकंप के बाद आए शक्तिशाली झटकों ने स्थिति को और भी बदतर बना दिया है, जिससे बचाव कार्य में बाधाएं आ रही हैं।
घटना का विवरण:
- बचाव कार्य: म्यांमार में बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश में दिन-रात जुटे हुए हैं। हालांकि, संचार की कमी और चिकित्सा सहायता की सीमित उपलब्धता के कारण बचाव कार्य धीमा हो रहा है।
- प्रभावित क्षेत्र: भूकंप का केंद्र मांडले शहर के पास था, जहां कई इमारतें ढह गईं और लोग मलबे में फंस गए। इसके अलावा, आसपास के गांवों में भी भारी नुकसान हुआ है।
- अंतर्राष्ट्रीय सहायता: भारत ने म्यांमार की मदद के लिए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत राहत सामग्री और बचाव दल भेजे हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों ने भी सहायता का वादा किया है।
- चुनौतियां: भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में संचार प्रणाली बुरी तरह प्रभावित हुई है, जिससे बचाव कार्यों में समन्वय स्थापित करना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा, चिकित्सा सहायता की कमी के कारण घायलों का इलाज करना भी एक बड़ी चुनौती है।
अतिरिक्त जानकारी:
- म्यांमार सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में आपातकाल की घोषणा की है।
- भूकंप के बाद आए झटकों ने लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
- बचाव दल मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।