
representation image
इनमें से अधिकांश किसान
झारखंड में पिछले एक दशक में बिजली गिरने की घटनाओं में 2,400 से अधिक लोगों की जान चली गई है, जिनमें से अधिकांश किसान थे। झारखंड में आईएमडी के निदेशक अभिषेक आनंद के अनुसार, बिजली गिरना इस राज्य के सामने आने वाली सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा साबित हुई है।
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, मानसून के मौसम में झारखंड में बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ जाती हैं और खुले खेतों में काम करने वाले किसान अक्सर इसका शिकार होते हैं। पिछले दस वर्षों में बिजली गिरने से हुई मौतों में किसानों की संख्या सबसे अधिक रही है। यह प्राकृतिक आपदा राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
अभिषेक आनंद ने बताया कि आईएमडी इस खतरे को कम करने के लिए जागरूकता अभियान चला रहा है और लोगों को बिजली गिरने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दे रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग सटीक मौसम पूर्वानुमान और बिजली गिरने की पूर्व चेतावनी प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है ताकि जानमाल के नुकसान को कम किया जा सके।