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रांची, झारखंड: झारखंड की राजधानी रांची में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, जहाँ बिजली बिल में राहत न मिलने से परेशान एक 80 वर्षीय पेंशनभोगी ने आत्महत्या कर ली। इस घटना ने बिजली विभाग की संवेदनहीनता और आम जनता की समस्याओं के प्रति उनकी उदासीनता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मृतक बुजुर्ग ने अपने बिजली के भारी-भरकम बिल में कमी के लिए कई बार बिजली कार्यालय का दौरा किया था। अपनी दयनीय स्थिति को समझाने और राहत पाने की कोशिश में, बुजुर्ग ने कथित तौर पर बिजली कार्यालय में झाड़ू-पोछा लगाने की भी पेशकश की थी। बावजूद इसके, उनकी गुहार अनसुनी कर दी गई और उन्हें कोई राहत नहीं मिली, जिससे वे गहरे अवसाद में चले गए। अंततः, इसी निराशा और मानसिक पीड़ा के चलते उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
इस घटना ने झारखंड सरकार और बिजली विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है। एक वृद्ध और असहाय पेंशनभोगी की समस्या को नजरअंदाज करना गंभीर लापरवाही है। स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है और जोर दिया है कि बिजली विभाग अपनी नीतियों में संवेदनशीलता लाए और आम नागरिकों, विशेषकर बुजुर्गों की समस्याओं को गंभीरता से सुने। यह घटना यह भी बताती है कि आर्थिक परेशानियां किस हद तक किसी व्यक्ति को चरम कदम उठाने पर मजबूर कर सकती हैं।