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चेन्नई, तमिलनाडु: तमिलनाडु में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हाथियों के लिए एक नया ‘दोस्त’ और ‘रक्षक’ बन गया है। रेलवे ट्रैक पर हाथियों की आवाजाही की निगरानी के लिए AI तकनीक के सफल कार्यान्वयन से, अब जंगल के घने इलाकों में भी इन विशाल जीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। यह पहल मानव-हाथी संघर्ष को कम करने और वन्यजीव संरक्षण में तकनीक के उपयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
वन्यजीवों, विशेषकर हाथियों, को अक्सर रेलवे ट्रैक पार करते समय ट्रेनों की चपेट में आने का खतरा रहता है। इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए, गहन योजना और व्यवस्थाओं के बाद AI आधारित निगरानी प्रणाली को लागू किया गया है। यह प्रणाली घने जंगलों में रेलवे ट्रैक के किनारे हाथियों की गतिविधियों का पता लगाती है और वास्तविक समय में चेतावनी देती है। इससे ट्रेन चालकों को समय रहते सतर्क किया जा सकता है, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके। यह तकनीक न केवल हाथियों की जान बचाती है, बल्कि ट्रेन सेवाओं की सुरक्षा और समयबद्धता में भी सुधार करती है।
तमिलनाडु में AI के माध्यम से हाथी संरक्षण का यह मॉडल देश के अन्य हिस्सों के लिए एक मिसाल बन सकता है जहाँ मानव-हाथी संघर्ष एक बड़ी चुनौती है। यह दिखाता है कि कैसे अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग वन्यजीवों और उनके आवासों की रक्षा के लिए किया जा सकता है।