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तनाव में छात्र
कोलकाता, पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल में स्कूलों में अचानक निरीक्षण (School Inspection Report-SIR) को लेकर जारी तनाव और चिंता के बीच हावड़ा और मुर्शिदाबाद जिलों में दो और कथित आत्महत्या के मामले सामने आए हैं। इन दो घटनाओं के बाद, 28 अक्टूबर से लेकर अब तक SIR से जुड़ी बताई जा रही आत्महत्याओं की कुल संख्या पाँच हो गई है। यह लगातार बढ़ती संख्या राज्य के शैक्षणिक समुदाय और विशेष रूप से शिक्षकों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल उठाती है।
इन आत्महत्याओं के पीछे का मूल कारण कथित तौर पर स्कूल निरीक्षण रिपोर्ट (SIR) जारी होने की आशंका और इसके परिणामस्वरूप होने वाली संभावित कार्रवाई से उपजा मानसिक दबाव बताया जा रहा है। हावड़ा और मुर्शिदाबाद में हुई इन घटनाओं ने शिक्षकों और कर्मचारियों के बीच गहरा भय पैदा कर दिया है। SIR का उद्देश्य शैक्षणिक गुणवत्ता और प्रशासनिक दक्षता में सुधार लाना है, लेकिन इसके क्रियान्वयन के तरीके को लेकर कर्मचारियों में भारी तनाव है।
राज्य सरकार और शिक्षा विभाग को चाहिए कि वे SIR प्रक्रिया की पारदर्शिता और मानवीय पहलुओं पर ध्यान दें। मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अपील की है कि शिक्षकों और स्कूल कर्मचारियों को काउंसलिंग और सहायता प्रदान की जाए ताकि वे अत्यधिक दबाव का सामना कर सकें। इस गंभीर संकट को देखते हुए, सरकार को तत्काल कदम उठाने चाहिए ताकि शैक्षणिक सुधार के नाम पर किसी और की जान न जाए और समुदाय में विश्वास बहाल हो सके।