
राव माओवादी केंद्रीय और प्रांतीय समितियों का प्रमुख सदस्य था और दक्षिण बस्तर विशेष क्षेत्र समिति (DKSZC) के लिए आपूर्ति का जिम्मा संभालता था। इसके अलावा, वह माओवादी मोबाइल पॉलिटिकल स्कूल का प्रमुख भी था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि राव की गिरफ्तारी माओवादी संगठन को एक बड़ा झटका है। राव लंबे समय से माओवादी गतिविधियों में शामिल था और उसके खिलाफ कई मामले दर्ज थे। उसकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
सुरक्षाबलों ने राव को एक गुप्त अभियान के दौरान गिरफ्तार किया। राव के पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज और हथियार बरामद हुए हैं।