
यह सुरंग लद्दाख क्षेत्र को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए बनाई गई है। पिछले साल अक्टूबर में इस सुरंग के कैंप साइट पर आतंकियों ने हमला कर दिया था, जिसमें सात लोग, जिनमें बडगाम के एक स्थानीय डॉक्टर भी शामिल थे, मारे गए थे। पुलिस के अनुसार, इस परियोजना पर हुआ यह हमला आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा द्वारा किया गया था, जिसका उद्देश्य इस महत्वपूर्ण परियोजना को बाधित करना था। सरकारी और परियोजना अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी का सुरंग स्थल पर उपस्थित होना आतंकवादी हमले के अपराधियों को एक मजबूत संदेश देने के उद्देश्य से है। परियोजना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उद्घाटन समारोह में उन मारे गए श्रमिकों के परिवारों को भी आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी परिवार नहीं आ पाएंगे, लेकिन कुछ लोग कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं और प्रधानमंत्री से मुलाकात कर सकते हैं। सुरक्षा विशेषज्ञ अजय साहनी ने इसे एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा व्यक्तिगत रूप से इस परियोजना का उद्घाटन करना इसकी महत्वता को दर्शाता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इसका आतंकवादियों या उनके प्रायोजकों पर कोई स्थायी प्रभाव नहीं पड़ेगा। Z-मोहर सुरंग कश्मीर, लद्दाख और शेष भारत के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी। यह परियोजना देश की सुरक्षा और विकास के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।